जिंदगी का सफर और फिर दोस्तों का साथ हो
हर शाम मस्त और सुबह जैसे नई सौगात हो
बाहर से बड़ी बड़ी बातें, खाली इनके जज्बात हैं
असली दोस्त वही है जो मुसीबत में खड़े साथ हैं
इंसान ही असली माया है बाकी सब मोह माया है
हर पल जिओ भरपूर,कल देख कौन आया है
बहुत कुछ सिखा गया ये वायरस & lockdown हमें
सिटी के mall से ज्यादा ठंडी पीपल की छाया है
और जो दौड़ रहे थे पैसे के पीछे अपनी आंखे मीचे
वापस लौट गांव की मिट्टी चूम रहे हैं किये सर नीचे।।