रावण को तो हर साल आग लगाई जाति है
लेकिन सीता पर बुरी नजर तो आज भी डाली जाती है.
विभीषण जैसो की बाते कहा मानी जाती है।
तुम्हे कुछ पता नही बोलके मंदोदरी की बाते आज भी टाली जाती है.
रावण के रूप में यहां बुराई जलाई जाती हे.
पर हकीकत में यहां किसी और को बुरा दिखाकर बुराइयां छुपाई जाति ही।.