Poets
Poems
Sign Up
Login
POET'S PAGE
POEMS
Ram Vilas Sharma
10 October 1912 - 30 May 2000 / Unnao, Uttar Pradesh / India
तैर रहे बादल - Poem by Ram Vilas
LIKE THIS POEM
तैर रहे हैं
ललछौंहे आकाश में
सिंगाल मछलियों-से
सुरमई बादल
खिल उठा
अचानक
विंध्या की डाल पर
अनार-पुष्प-सा
नारंगी सूर्य
मंडराने लगी
झूमती फुनगियों पर
धूप की
असंख्य तितलियाँ
उतर रही है
उतावले डग भरती
नर्मदा घाटी में
बारिश की
चुलबुली सुबह ।
110 Total read
Show Stats
Share on Facebook
Share on Twitter
See more of Poemist by logging in
×
Login required!
Sign Up
or
Login