मैं एक सफर में हूं
मगर जाना कहां
ये मुझे मालूम नहीं
कोई साथ है मगर कौन यहां
ये मुझे मालूम नहीं
मेरे ईमान पे शक ओ शुबा करने वाले
तू मुझमें है मगर मैं कौन हूं
ये मुझे मालूम नहीं
तेरी तालीम है
तुझसे शिकायत होगी कैसे
......
मैं एक सफर में हूं
मगर जाना कहां
ये मुझे मालूम नहीं
कोई साथ है मगर कौन यहां
ये मुझे मालूम नहीं
मेरे ईमान पे शक ओ शुबा करने वाले
तू मुझमें है मगर मैं कौन हूं
ये मुझे मालूम नहीं
तेरी तालीम है
तुझसे शिकायत होगी कैसे
......