Master of your own mind Poems

Popular Master of your own mind Poems
"Don't Control Me "
by Abhishek Dev Goel

मत बांधो इस समाज की जंजीरो में मुझे ,
मुझे पंख फ़ैला के उड़ने दो !
मत आज़माओ अपनी सोच मुझपे ,
मुझे मेरी सोच से आगे बढ़ने दो !
सपने बोहत बड़े हैं मेरे
मत लगाओ बंदिशें अपने सपनो की मुझपे ,
मुझे मेरे सपनो को पूरा करने दो !
ज़िन्दगी ये मेरी किसी की गुलाम नहीं
दूर रखो मुझे इन झूठी रस्मों और कसमों से
जीना चाहता हूँ मैं खुलकर ,

......

Continue reading
Recent Master of your own mind Poems
"Don't Control Me "
by Abhishek Dev Goel

मत बांधो इस समाज की जंजीरो में मुझे ,
मुझे पंख फ़ैला के उड़ने दो !
मत आज़माओ अपनी सोच मुझपे ,
मुझे मेरी सोच से आगे बढ़ने दो !
सपने बोहत बड़े हैं मेरे
मत लगाओ बंदिशें अपने सपनो की मुझपे ,
मुझे मेरे सपनो को पूरा करने दो !
ज़िन्दगी ये मेरी किसी की गुलाम नहीं
दूर रखो मुझे इन झूठी रस्मों और कसमों से
जीना चाहता हूँ मैं खुलकर ,

......

Continue reading
Popular Poetry Topics
Popular Poets about Master of your own mind From Members
  • Abhishek Dev Goel
    Abhishek Dev Goel (1 poems about Master of your own mind)
    February 06, 1995-Sangrur (Punjab), India