Liquor Poems

Popular Liquor Poems
जाम ए ज़िंदगी
by Sumit Maurya

तुझमें शराब जैसी सहूलियत है,
और पानी सा प्यार भी।
बर्फ जैसी ठंडक भी तू,
कोयले की चिंगार भी।
पापड़ जैसी कड़क तो है तू,
गजरे का है तू हार भी।
खट्टी मीठी नमकीन जैसी,
3 पेग का खुमार भी।
ओह जिंदगी ऐसी है तू,
जो महफिलों में गुज़ार दी।

......

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जाम ए ज़िंदगी
by Sumit Maurya

तुझमें शराब जैसी सहूलियत है,
और पानी सा प्यार भी।
बर्फ जैसी ठंडक भी तू,
कोयले की चिंगार भी।
पापड़ जैसी कड़क तो है तू,
गजरे का है तू हार भी।
खट्टी मीठी नमकीन जैसी,
3 पेग का खुमार भी।
ओह जिंदगी ऐसी है तू,
जो महफिलों में गुज़ार दी।

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