Corona epidemic Poems

Popular Corona epidemic Poems
Corona Ka Kehar !!!
by Abhishek Dev Goel

ये किस मोड़ पर दुनिया आ गई
हर तरफ महामारी छा गई
ना जाने कुदरत का है कहर ?
या पड रहा इनसान की ग़लतीयों को भुगतना?
तो अब, दूर रहकर भी मिलकर है लड़ना
कुछ अहम बातों पर गौर है करना
हर हाल में इस जंग से है जीतना।

सावधानी हटने ना दो
दुर्घटना घटने ना दो

......

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Recent Corona epidemic Poems
Corona Ka Kehar !!!
by Abhishek Dev Goel

ये किस मोड़ पर दुनिया आ गई
हर तरफ महामारी छा गई
ना जाने कुदरत का है कहर ?
या पड रहा इनसान की ग़लतीयों को भुगतना?
तो अब, दूर रहकर भी मिलकर है लड़ना
कुछ अहम बातों पर गौर है करना
हर हाल में इस जंग से है जीतना।

सावधानी हटने ना दो
दुर्घटना घटने ना दो

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Popular Poetry Topics
Popular Poets about Corona epidemic From Members
  • Abhishek Dev Goel
    Abhishek Dev Goel (1 poems about Corona epidemic)
    February 06, 1995-Sangrur (Punjab), India