Poets
Poems
Sign Up
Login
POET'S PAGE
POEMS
Bhawani Prasad Mishra
29 March 1913 – 20 February 1985 / India
अपमान - Poem by
LIKE THIS POEM
अपमान का
इतना असर
मत होने दो अपने ऊपर
सदा ही
और सबके आगे
कौन सम्मानित रहा है भू पर
मन से ज्यादा
तुम्हें कोई और नहीं जानता
उसी से पूछकर जानते रहो
उचित-अनुचित
क्या-कुछ
हो जाता है तुमसे
हाथ का काम छोड़कर
बैठ मत जाओ
ऐसे गुम-सुम से !
217 Total read
Show Stats
Share on Facebook
Share on Twitter
See more of Poemist by logging in
×
Login required!
Sign Up
or
Login