Abhishek Dev Goel

February 06, 1995-Sangrur (Punjab), India
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INSAAN !!!

दुसरो को नीचा दिखाते हो
कभी खुद को जानो की तुम क्या हो ?
तब इक इन्सान हो तुम !
अरे खुद को श्रेष्ट कहना तो बोहत आसान है
कभी खुद को बुरा कहकर तो देखो ,
तब इक इन्सान हो तुम !
अपने लिये तो हर कोई करता है
कभी दुसरो के लिये करकर तो देखो ,
तब इक इन्सान हो तुम !
कहने को तो सब इन्सान है इस जग में
कभी इन्सान का मतलब जानकर तो देखो ,
तब इक इन्सान हो तुम !
DEV खुद इक इन्सान नहीं
जो दो पल की ख़ुशी के लिये …
वक़्त को बदलने में लगा है,
वो नासमझ क्या जाने
वक़्त नहीं बदलता कभी किसी का ,
बस अपने नज़रिये को बदल कर तो देखो
अरे हर पल का स्वागत ख़ुशी से करकर तो देखो ,
तब इक इन्सान हो तुम !
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